उत्तर प्रदेश के युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पुराने लोग पचा नहीं पा रहे जिसकी वजह से जिलों में चरित्रहीन, अय्याश, भ्रष्ट व बसपा मानसिकता के अधिकारी पोस्ट कराए जा रहे हैं, जो बदनाम करने वाले कार्य करके अखिलेश की साख को साजिश के तहत खराब करने में लगे हैं। मैं जालौन जिले का रहने वाला हूं और वहीं के उदाहरण से इस बात को समझ चुका हूं। दुर्भाग्य यह है कि अखिलेश में अपने बाप की तरह इंटेलीजेंस की विंग के माध्यम से इस तरह की साजिशों का लोकल स्तर से फीडबैक लेने की सलाइयत नहीं है। जालौन जिले में कई ऐसे बसपा मानसिकता के अधिकारी पोस्ट हैं जो अपने आपको अखिलेश सरकार से ऊपर जताने के लिए अपना निकनेम चीफ जस्टिस ऑफ सुप्रीम कोर्ट, ऑम्बुड्समैन, लोकपाल, जन लोकपाल के रूप में प्रचारित किए हुए हैं। यही नहीं इन्होंने फाइनेंस करके कई अखिलेश और सपा विरोधी मानसिकता के ठेकेदारों को पत्रकार के रूप में स्थापित कराने के लिए पद का दुरुपयोग करके पूरी ताकत झोंक रखी है। इन लोगों की नातिनें तक गर्भवती हैं लेकिन इनकी अय्याशी का आलम यह है कि इन छद्म पत्रकारों के जरिए यह अपनी कुत्सित वासनाओं की पूर्ति के लिए रोजाना कॉलगर्ल बुलवाते हैं और पूरी ऑफीसर कॉलोनी इस बात को जानती है। अगर कोई नहीं जानता तो वह सिर्फ सरकार है। अखबारों में इन भड़ुओं को स्थापित करने के लिए विज्ञापन दिलाने से लेकर बिजली विभाग व अन्य विभागों के ठेके कराने और मौरंग घाट से दो लाख रुपये महीने फी छद्म पत्रकारों के लिए बनवाने का ठेका ऐसे अधिकारियों ने ले रखा है। अगर एलआईयू या स्पेशल ब्रांच की इंटेलीजेंस से रात्रि में गोपनीय पहरा लगवाकर इन अधिकारियों की जांच करा ली जाए तो पूरी बात खुलकर सामने आ जाएगी कि जिन्हें यह पत्रकार बता रहे हैं वे किस तरह इनके लिए वारांगनाओं की व्यवस्था कररहे हैं और वे वारांगनाएं आगरा या कहां से आ रही हैं। सड़ांध अपनी चरमसीमा पर पहुंच चुकी है लेकिन नुकसान इन अधिकारियों की बजाय समाजवादी पार्टी का हो रहा है। इनके भड़ुए सरकारी स्रोतों से मिलने वाली दलाली का उपयोग सपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव में माहौल तैयार करने के लिए कर रहे हैं और बसपा के जरिए इसके एवज में कृतार्थ हो रहे हैं। मुख्यमंत्री से लेकर चीफ सेक्रेटरी तक को अपने भड़ुओं के जरिए अपने आवास पर बैठाकर गाली-गलौज कराना इन जनलोकपालों का धंधा बन चुका है। अगर अखिलेश इसी तरह धृतराष्ट्र बने रहे तो इस शरीफ मुख्यमंत्री का क्या हश्र होगा यह भगवान ही मालिक है, इसीलिए जालौन जिले का हर संभ्रांत नागरिक चीख-चीखकर कह रहा है कि अखिलेश अपने अधिकारियों की आम सोहरत का गोपनीय सर्वे कराएं और बदमाश सरकार विरोधी व चरित्रहीन अधिकारियों मुंह काला करके सरकार के बारे में पैदा हो रही गलतफहमियों को जनमानस में दूर करें।
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